पहले जनता कर्फ्यू फिर लॉकडाउन और अब लॉक इन What is Lock In, Lockdown, Janata Curfew
लॉकइन LOCK IN
जबसे कोरोना महामारी का प्रकोप आया है तब से पूरी दुनिया इस कोरोना संक्रमण से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रही है साथ ही साथ विज्ञान जगत भी इसका एंटी डोज बनाने में दिन रात मेहनत कर रहा है परंतु सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा अभी तक कोई भी उपाय कारगर साबित नहीं हुई है इसलिए सबसे पहले जनता कर्फ्यू फिर लॉकडाउन जैसे उपायों का प्रचलन बढ़ गया जिसके कारण आर्थिक जगत को बहुत हानि हुई है इस हानि से उबरने के लिए भारत सरकार एक बार फिर लॉकडाउन की जगह लॉकइन पर विचार कर रही है फिलहाल अभी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की स्थिति बरकरार है ।
क्या है लॉकइन ? What is Lock In ?
कहा जा रहा है कि लॉकइन की स्थिति में कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं जा सकेगा लेकिन उन लोगों को छूट दिया जाएगा जो कारखाने, ऑफिसेज या उन जगहों पर काम कर रहे लोगों जिनसे व्यापार जगत को बढ़ावा मिल सके और उत्पादन बढ़ सके । परंतु इसके साथ ही साथ उन्हें कुछ शर्तों का पालन भी करना पड़ेगा
- हर व्यक्ति जो ऐसी जगहों पर काम कर रहा है उसे अपने मोबाइल आरोग्य सेतु एप्लीकेशन डाउनलोड करके रखना होगा । आरोग्य सेतु एप्लीकेशन इस तरह से परमिशन का कार्य करेगा ।
- कार्य कर रहे सभी व्यक्तियों को एक दूसरे से एक विशेष दूरी बना कर रखना होगा ।
- सभी कार्यरत कर्मचारियों को कार्यालय या कारखानो में ही रहना होगा इस दौरान वह सभी लोग अगले आदेश तक अपने घर को नहीं जा सकेंगे ।
लॉक डाउन What is Lockdown ?
लॉकडाउन एक इमर्जेंसी व्यवस्था होती है। अगर किसी क्षेत्र में लॉकडाउन हो जाता है तो उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। जीवन के लिए आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति होती है। अगर किसी को दवा या अनाज की जरूरत है तो बाहर जा सकता है या फिर अस्पताल और बैंक के काम के लिए अनुमति मिल सकती है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल के काम से भी बाहर निकलने की अनुमति मिल सती है।
लॉकडाउन की स्थिति में कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकल सकता चाहे कितनी भी जरूरी क्यों ना हो यातायात चलेगा ना ही कोई एक दूसरे के संपर्क में आएगा, लॉकडाउन में व्यक्तियों को एक दूसरे से सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखना होता है जिससे बीमारी एक दूसरे को ना हो सके । लॉकडाउन की स्थिति में संक्रमित व्यक्ति पहचान में आ जाता है क्योंकि लॉकडाउन के वजह से वह घर से बाहर नहीं जा सकता इसलिए वह बिना किसी के संपर्क में आए और बिना दूसरों को संक्रमित किए एक स्थान पर सीमित रहता है जिसकी सूचना घर वालों के जरिए अति शीघ्र मिल जाती है ।
जनता कर्फ्यू Janata Curfew
जनता कर्फ्यू स्वेच्छा से खुद पर लगाया गया होता है कोरोना वायरस जैसे महामारी से सावधान रहने के लिए भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी ने आज दिनांक 19 मार्च 2020 रात 8:00 बजे भारत के नागरिकों से आग्रह किया है कि भारत सरकार के अगले आदेश तक निम्न सुझावों का पालन करें
9 वचन हम सबको निभाना है
- प्रत्येक भारतवासी सजग रहे सतर्क रहें, आने वाले कुछ सप्ताह तक जब बहुत जरूरी ना हो अपने घर से ना निकले ।
- 60 से 65 वर्ष की आयु के ऊपर के व्यक्ति घर के भीतर रहें ।
- इस रविवार 22 मार्च को सुबह 7:00 बजे से रात 9:00 बजे तक, जनता कर्फ्यू का पालन करें ।
- दूसरों की सेवा कर रहे लोगों को 22 मार्च की शाम को 5:00 बजे 5 मिनट तक करतल ध्वनि के साथ आभार व्यक्त करें ।
- रूटीन चेकअप के लिए जाने से बचें, जो सर्जरी बहुत आवश्यक नहीं, उसकी तारीफ आगे बढ़ाएं ।
- वित्त मंत्री के नेतृत्व में गठित को Covid-19 Economic Response Task Force से आवश्यक फैसले देने का आग्रह करें ।
- व्यापारी जगत से, उच्च आय वर्ग से दूसरों का वेतन ना काटने का आग्रह ।
- देशवासियों से सामान संग्रह रहना करने Panic Buying न करने का आग्रह ।
- आशंकाओं और अफवाहों से बचें ।
कल अर्थात 19 मार्च से आगे 7-8 दिन यदि आप अपने को और अपने परिवार को कोरोना से बचा ले जांय तो समझिए आधी से ज्यादा जंग हमने जीत लिया। दरसल 19 ता. से हमारे देश में कोरोना का तीसरा चरण प्रारम्भ होगा जिसे कम्यूनिटी इनफेक्शन कहते हैं। इस समय अन्तराल में कोरोना एक व्यक्ति से दूसरे में तेजी से फैलता है। इस समय यदि अपने परिवार को बचा लें तो जंग जीत सकते हैं।
22 मॉर्च को सुबह 7 बजे से पूरे देश मे जनता कर्फ्यू
दिनांक 22 मार्च सुबह 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक माननीय प्रधानमंत्री के आह्वान पर जनता कर्फ्यू लगाए। कोई भी नागरिक घर के बाहर न निकले अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर भारत की कोरोना से लड़ाई के लिए संकल्परत रहे। सभी शाम 5 बजे तालिया या अन्य वाद्य यंत्र बजाकर सभी स्वास्थ्य प्रहरियों का आभार व्यक्त करे।